Followers
Monday, April 18, 2022
पृथ्वी, ✍️ हेमंत कुमार
Saturday, December 4, 2021
वैक्सीन, ✍️ हेमंत कुमार
Friday, December 3, 2021
उम्मीद, ✍️ हेमंत कुमार
"खतरा" टल रहा है, टल भी जाएगा....
उम्मीद है "वो" दौर कभी ना आएगा....
लेकिन उसका "डर" मन से ना जाएगा....
कहीं "वो" फिर लौट के तो ना आएगा....
पर सुना है ये "वायरस" अब यहां से ना जाएगा....
"इसके" ढंग में ढलना ही बस अब काम आएगा....
इतने दिन में जो "सीखा" है कही भूल तो ना जाएगा....
"कुदरत" को सहेज के रखना ही हमारे काम आएगा....
अब प्रण कर....!!!
अपनी सेहत का अब विशेष ख्याल रखा जाएगा....
आज का अच्छा खाया ही कल तेरे काम आएगा....
वर्जिश गर तू करेगा, सुबह की सैर पे भी तू जायेगा....
फिर क्या मजाल कि कोई वायरस तेरे पास आएगा....
"खतरा" टल रहा है, टल भी जाएगा....
उम्मीद है "वो" दौर कभी ना आएगा....
लेकिन उसका "डर" मन से ना जाएगा....
कहीं "वो" फिर लौट के तो ना आएगा....
☘️☘️
✍️ हेमंत कुमार
वायरस, ✍️ हेमंत कुमार
जमाने को लगी है ऐसे वायरस की हवा....
जिसकी अभी तक ना बनी है कोई दवा....
क्या मालूम कैसी~कैसी है ये बला....
जो भी जरा सा ना संभल के चला....
उसी से ही जिंदगी हो जाती है खफा....
देखते ही देखते फेफड़े हो जाते हैं बेवफा....!!!
क्या फिर अब दुआ से ही काम चलेगा... ??
या फिर दवा कंपनियों का खेल ही चलेगा... ??
कब तक दुनिया में खौफ का आलम रहेगा... ??
क्या कभी उम्मीद का सूरज भी यहां उगेगा... ??
कैसे इन हांफते फेफड़ों को सहारा मिलेगा... ??
वैक्सीन तो आ गई है, यकीनन फायदा तो मिलेगा....
हैं सब सुकून की तलाश में, क्या वो भी यहां मिलेगा....
हौंसला मिल रहा है हर तरफ से कि आराम मिलेगा....
हूं मैं भी....
इसी उम्मीद में कि मेरे मौला से कोई इशारा मिलेगा....
मिटेगा ये वायरस दुनिया से,
सांसों को, निश्चित ही, फिर से नया जीवन मिलेगा....!!!
🏵️🏵️
✍️ हेमंत कुमार
वक़्त ✍️ हेमंत कुमार
वक़्त 🕘🕘
ये वक़्त है दवाओं और दुवाओं के इम्तिहान का....
ये वक़्त है ईमान और इंसान के इम्तिहान का....
ये वक़्त है हिम्मतों और हौसलों के इम्तिहान का....
ये वक़्त है रहबरों और रहनुमाओं के इम्तिहान का....
ये वक़्त है सांसों और धड़कनों के इम्तिहान का....
उम्मीदों के चिराग जलाये रख....हौंसला बनाए रख....
ये दौर है इम्तिहानों का....ये दौर भी गुजर जाएगा....
🌄🌄
✍️ हेमंत कुमार
हौंसला, ✍️ हेमंत कुमार
यूं हौंसला ना छोड़....यूं खौफ में ना जी...
यकीं मान....भरोसा रख....
ये फिदरत है वक्त की...जैसा भी हो बीत जायेगा....
क्यों तू नाउम्मीद हो रहा बंदे....??
एक ही इम्तिहान में तू घबरा रहा....
हौंसला अब तेरा कहां गया....
तू तो उम्मीद है औरों की....
तू ही अभी से लड़खड़ा गया....
कर हौंसला बुलंद और टकरा जा आंधियों से....
हर वक्त इन हाकीमों की खैरात के भरोसे ना रह....
बाद में टकरा लेंगे हम इन अहले सियासत से....
अभी तो बस तू एहतियातन जरा संभल के रह....
हर मुकाबला सामने से किया जाता नहीं....
हर युद्ध तीर, तलवारों से लड़ा जाता नहीं....
है मुनासिब यही आज इंसान के लिए....
जो हो सके तो घर पे ही रहे....
मालूम है हमें....
बहुत मुश्किल है, पर इस कठिनाई को सहे....
गर करना पड़े दुश्मन का सामने से मुकाबला....
पहले फेफड़ों में हिम्मत की आक्सीजन भरे....
फिर एहतियातन नाक, मुंह को भरोसे के वस्त्र से ढके....
बार~बार हाथों को साबुन या सेनिटाइजर से धोता रहे....
खान~पान हो ऐसा, एकदम शुद्ध सात्विक जैसा....
गर हो बुखार, तू घबराना नही....
पैरासिटामोल लेना तू भूल जाना नही....
टेस्टिंग से तू बिल्कुल कतराना नही....
गर हो गया हो दुश्मन का हमला....
कतई तू डरना नही....गर लक्षण हैं हल्के....
काढ़ा, हल्दी का दूध, भाप, गिलोय से ही हो जायेगा इलाज बस तु हौंसले से हटना नही....
संक्रमण हो गया हो ज्यादा, तो डॉक्टर से बचना नहीं....
10~12 दिन की ही उम्र है इस नामुराद वायरस की....
बस तू इम्यूनिटी को किसी भी हाल में कम होने देना नही....
यूं हौंसला ना छोड़....यूं खौफ में ना जी...
यकीं मान...भरोसा रख....
ये दौर है इम्तिहानों का....उम्मीद के चिराग जलाए रख...
ये फिदरत है वक्त की...जैसा भी हो बीत जायेगा....
कल फिर एक नई सुबह का सूरज जगमगाएगा....
🌻🌻
✍️ हेमंत कुमार
बेदर्द दुनिया, ✍️ हेमंत कुमार
बेदर्द दुनिया 🔆🔆 बड़ी बेदर्द है दुनिया,“हवाओं” के संग हो के कहां जाऊंगा। तुझमें बसती है रूह मेरी, तुमसे अलग हो के कहां जाऊंगा।...
-
_तुम_🔆🔆 मचलता ख्वाब सी हो तुम। महकता “गुलाब” सी हो तुम।। इठलाती तितली सी हो तुम। मस्तमौला “दिल्ली” सी हो तुम। बल ~ खाती बेल सी...
-
“चाँद” ⚪ “चाँद” किस किस के हो तुम....⚪ हर किसी को लगता है सिर्फ उसी के हो तुम.... हर किसी के इश्क में, रुसवाइयों में, उदासियो...
-
इक शाम सिर्फ तुम्हारे नाम 🌆 🌆 अच्छा‼️ चलो तुम कहते हो तो यूं करते हैं। आज की ये इक शाम सिर्फ तुम्हारे नाम करते हैं।। ये उलफ...