झूठ का बाजार गर्म है।
सच का प्रभाव कम है।
तुम भी कर लो दो दो हाथ....!
लोग अभी सोए हुए है।
सब अभी खोए हुए है।
तुम भी कर लो दो दो हाथ....!
धर्म की अफ़ीम बिकी है।
कर्म की यहां बुरी गति है।
तुम भी कर लो दो दो हाथ....!
अभी ये दौर नया–2 है।
अभी ये रोग नया–2 है।
तुम भी कर लो दो दो हाथ....!
सच भी चल निकले.....
झूठ भी हो जाए पस्त, गर.....💭💭
तुम भी कर लो दो दो हाथ........‼️
🤸🏋️🤸
✍️ हेमंत कुमार