Followers

Sunday, October 8, 2023

जुगनू, ✍️ हेमंत कुमार

‘जुगनू’ 🐞

बेशक 
 मुझे 
‘चांद’
पसंद 
   है....
  पर 
  मुझे
  एक
‘जुगनू’ 
   से 
 बेहद 
 गहरा
 जुड़ाव 
    है....

 ‘चांद’
  ऊपर 
 बैठकर
  जाने
 कितने
  रूप
बदलता 
    है....
  मगर
  यहां
   ये
‘जुगनू’
  दिल
   में
उतरकर
  बस
सबकुछ
 रोशन
  कर
  देता
   है।
  ☘️

✍️ हेमंत कुमार

No comments:

Post a Comment

बेदर्द दुनिया, ✍️ हेमंत कुमार

बेदर्द दुनिया 🔆🔆 बड़ी बेदर्द है दुनिया,“हवाओं” के संग हो के कहां जाऊंगा। तुझमें बसती है रूह मेरी, तुमसे अलग हो के कहां जाऊंगा।...