मदहोश सावन 🌦️🌦️
ये सावन....
जिसको चाहे....
उसको मदहोश कर दे....
ये मौसम.....
जब-तब चाहे.....
मन में हिलोरे उठा दे.....
ये बादल....
जिधर चाहे....
मौसम सुहाना कर दे....
ये बारिश....
जिसको चाहे....
उसको बेहोश कर दें....
ये पतंगें.....
जिसकी छत पे चाहे.....
लहरा के प्यार के पेंचे लडा दे.....
ये तीज.....
जब बीज चाहे.....
धरती पर अंकुरित कर दे.....
ये नदियां....
जिधर चाहें....
मचलकर उधर चल दें.....
ये भक्त्ति.....
जब शिव चाहें.....
सती को पार्वती कर दें.....
ये सावन....
जिसको चाहे....
उसको मदहोश कर दे....
उसको मदहोश कर दे....
🌱🌱
✍️ हेमंत कुमार
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